मध्य प्रदेश में एक जनजाति है बैगा. ये राज्य के डिंडोरी ज़िले में पाई जाती है और इसकी गिनती कमजोर आदिवासी समूह में होती है. पोंडी गांव में बसी इस जनजाति की बस यही एक ख़ासियत नहीं है. ये पूरी दुनिया में अपने अनोखे जंगल बचाओ अभियान और ख़ुद के आत्मनिर्भर होने के लिए भी जानी जाती है, जिसकी शुरुआत आज से कई साल पहले हुई थी. चलिए जानते हैं इस ख़ास जनजाति और इसके अनोखे अभियान के बारे में… आत्मनिर्भर बनी इस जनजाति के जंगल बचाओ अभियान की शुरुआत साल 2006 में हुई थी. इसे 4 क्लास ड्राप आउट एक महिला उजियारो बाई केवटिया ने शुरू की थी. उन्होंने एक NGO के साथ मिलकर इसकी शुरुआत की थी जब वो यहां पर पानी को संरक्षित करने के इरादे से यहां आई थी. मगर उनके इस मकसद में रुकावट आईं जिसका मुख्य कारण जंगल की कटाई या फिर धीरे-धीरे उनका कम होना था. और पढ़े..
आप लोगो ने Facebook तो चलाया होगा आपने देखा होगा की Facebook का जो Color है वो सिर्फ Blue और White में ही होता है क्या आपने ये कभी सोच है की ये आखिर ऐसा क्यों होता है तो चलिए हम आपको बताते है की आखिर ऐसा क्यों है क्या आपको पता Facebook का मालिक मार्क जुगरबग को Colorblinds है मतलब कलर के अंधे जिसे कहते है रंग सही से ना दिखना मार्क जुगरबग को कोई भी color सही से नही दिखता उसे सर्फ नीला और सफेद कलर ही सही से दिखाई देता है इस करके Facebook के मालिक मार्क जुगरबग ने Facebook का कलर यानि Facebook का रंग सिर्फ नीला और सफेद ही रखा गया है हमे उम्मीद है की ये जानकारी आपको अच्छी लगी होगी
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