अयोध्या का राम मंदिर जैसा बना दुर्गा पंडाल मारवाड़ी पाठशाला भागलपुर बिहार में Shri Ram mandir Bhagalpur marwari paathshala bhagalpur bihar

 


वीडियो देखने के लिए यहाँ क्लिक करें 👉 Watch Video


दुर्गा पूजा 2022 भागलपुर के मारवाड़ी पाठशाला मैदान में अयोध्या के श्री राम मंदिर की तैयारी हो चुकी hqi 20 से 25 लाख रुपये हो चुके है खर्च। 15 कारीगर काम किया पंडाल निर्माण । 45 दिनों में तैयार हुआ पंडाल।

इस बार नवरात्र पर सबसे खास आकर्षण होगा जुबक संघ मां दुर्गा पूजा समिति का पंडाल। मरवाड़ी पाठशाला में इस बार अयोध्या में निर्माणाधीन श्रीराम मंदिर की आकृति का पंडाल तैयार किया जा रहा है। इसके लिए पश्चिम बंगाल के दक्षिणी 24 परगना से कारीगर बुलवाए गए हैं। पंडाल निर्माण में जुटे प्रद्यूत नस्कर ने कहा कि




 पंडाल निर्माण पर लगभग 20 से 25 लाख रुपये खर्च होंगे। 15 कारीगर पंडाल निर्माण में जुटे हुए हैं। पास ही खड़े प्रद्यूत नस्कर के पुत्र तन्मय नस्कर ने कहा कि दक्षिणी 24 परगना के आधे दर्जन गांव के 12 हजार लोगों का मुख्य पेशा पंडाल निर्माण ही है। हमलोग दुर्गा पूजा के अलावा भी अलग अलग इवेंट पर पंडाल निर्माण का काम करते हैं- जैसे मेला, शादी-विवाह समारोह आदि। कोरोना इफैक्ट से हमलोग अब नहीं उबर सके हैं। पहले लगातार वर्क आर्डर मिलता था। अब कम हो गया है। पंडाल निर्माण से जुड़े छोटे-मोटे कारीगर की स्थिति और अधिक विकट हो गई है।




वीडियो देखने के लिए यहाँ क्लिक करें 👉 Watch Video

जुबक संघ की स्थाप

ना 1958 में हुई थी। शुरुआती वर्षों में जुबक संघ की ओर से सरस्वती पूजा का आयोजन किया जाता था। 1993 में संघ की ओर से दुर्गा पूजा की शुरुआत की गई। 1993 से 1999 तक संघ की ओर से अंजता सिनेमा रोड में दुर्गा प्रतिमा की स्थापना की जाती थी। वर्ष 2000 से मारवाड़ी पाठशाला मैदान में दुर्गा पूजा का आयोजन शुरू हुआ। जुबक संघ के सचिव बबन साहा ने बताया कि भागलपुर में पूजा पंडाल की शुरुआत का श्रेय जुबक संघ को ही जाता है। हमलोगों ने 1995 में मैसूर प्लेस की आकृति का पंडाल तैयार करवाया।

प्त्येक दिन लगाया जाता है भोग

नवरात्र की शुरुआत होने के बाद प्रत्येक दिन मां दुर्गा को भोग लगाया जाता है। एक दिन भोग लगाने पर एक से डेढ़ लाख रुपये खर्च आता है। अलग अलग दिन अलग-अलग श्रद्धालु मां को भोग लगाते हैं। लगभग 15 सौ हांडी तैयार कर श्रद्धालुओं के बीच वितरित किया जाता है।

बोले अध्यक्ष


मां दुर्गा के दर से कोई श्रद्धालु खाली हाथ नहीं लौटता है। यहां आने वाले सभी श्रद्धालुओं की मनोकामना पूर्ण होती है। मनोकामना पूर्ण होने के बाद श्रद्धालु मां को चढ़ावा चढ़ाते हैं। - डा. डीपी सिंह, अध्यक्ष जुबक संघ भागलपुर


नवरात्र के सभी दिन मां को भोग लगाया जाता है। श्रद्धालु मां को भोग लगाने का खर्च वहन करते हैं। भोग लगाने के बाद श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद का वितरण किया जाता है


Comments

Popular posts from this blog

बैगा जनजाति के लोग जंगल को बचाने के लिए पेड़ों को भाई-बहन क्यों बनाया इस जनजाति की दिलचस्प कहानी

सती बिहुला बाला लोखिंदर का घटना स्थल एवं इतिहासिक स्थान बंगाली टोला चम्पानगर भागलपुर

15 सेकंड का वीडियो देखे प्रतिदिन कमाएं एक हजार